सुखी, सम्रुद्ध, निरोगी जीवन का रहस्य जाणे डीजीयुगंधरा के साथ..! (Stress less and happy life) Fitness Funda With DgYugandhara.. भाग ७

डिजीयुगंधरा (DgYugandhara)

 

DgYugandhara, डिजीयुगंधरा संपादकीय प्रस्तूतीः Stress less and happy life सुखी, सम्रुद्ध, निरोगी जीवन का रहस्य जाणे डीजीयुगंधरा के साथ जीवन अनमोल है। हर व्यक्ती को उसका आदर करना चाहियै। हर गती विधीयोंपर ध्यान देकर जिम्मेदारीसे नियमोंका पालन करना चाहिये। अपने जीवन मेेंं सजकता और दुरद्रुष्टटी से अवलोकन करके गलतीयोंमें सुधार लाना ही, जीीवन के अतीथ में घटीत बुरे घटनाओंको भुलकर, वर्तमान में अच्छे घटनाओंका स्विकार करके, कुछ नये तथ्यों को अपनाना है। ये ही जीवन प्रवास है और वो व्यक्ती सद्रुश्य है, उसमें भिन्नता है। क्योंकी भिन्न व्यक्तीओंके व्यकतीत्व में भी भिन्नता होती है। हर व्यक्तीत्व की अपनी प्रक्रुती होती है और उसमें कालानुरुप परिवर्तन होते रहते है, क्योंकी परिवर्तन ही प्रक्रुती का नियम है और वो स्वाभाविक है। प्रकृतीके परिवर्तन को स्वीकार करके हमे अपने जीवन मे हररोज कुछ नियमोंको अपनाना होगा और दिनचर्या में उसे हररोज सक्ती से पालन करके उसे सराहना होगा। तो ही सुखी और सम्रुद्ध जीवन का होना संभव है। सुखी, सम्रुद्ध, निरोगी जीवन को संभव करने के लिये इन नियमोंको प्रतिदिन अपनाये।


स्वस्थ, आरोग्यमय, निरोगी जीवन के उपाय एवं टिप्स

1. प्रतिदिन 10 से 30 मिनट टहलने की आदत बनायें. चाहे समय ना हो तो घर मे ही टहले , टहलते समय चेहरे पर मुस्कराहट रखें.

2. प्रतिदिन कम से कम 10 मिनट चुप रहकर बैठें. ध्यान करे।
3. पिछले साल की तुलना में इस साल ज्यादा पुस्तकें पढ़ें। शरीर का व्यायाम करे। मन को शांत और व्यस्त रखने के लिये प्रार्थना, इश्वर की भक्ती करे और सिखाये।
4. ७० साल की उम्र से अधिक आयु के बुजुर्गों और ६ साल से कम आयु के बच्चों के साथ भी कुछ समय व्यतीत करें।
5. प्रतिदिन खूब पानी पियें। आहार पर ध्यान दे।
6. प्रतिदिन कम से कम तीन बार  ये सोचे की मैने आज कुछ गलत तो नही किया। सकारात्मक विचारोंकोही अपनायें।
7. गपशप पर अपनी कीमती ऊर्जा बर्बाद न करें।
8. अतीत के मुद्दों को भूल जायें, अतीत की गलतियों को अपने जीवनसाथी या रिश्तेदारों को याद न दिलायें।
9. एहसास कीजिये कि जीवन एक स्कूल है और आप यहां सीखने के लिये आये हैं। जो समस्याएं आप यहाँ देखते हैं, वे पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं।

10. एक राजा की तरह नाश्ता, एक राजकुमार की तरह दोपहर का भोजन और एक भिखारी की तरह रात का खाना खायें।
11. दूसरों से नफरत करने में अपना समय व ऊर्जा बर्बाद न करें, नफरत के लिए ये जीवन बहुत छोटा है।
12. आपको हर बहस में जीतने की जरूरत नहीं है, असहमति पर भी अपनी सहमति दें।

13. अपने जीवन की तुलना दूसरों से न करें।
14. गलती के लिये गलती करने वाले को माफ करना सीखें।
15. ये सोचना आपका काम नहीं कि दूसरे लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं।
16 समय ! सब घाव भर देता है।
17. ईर्ष्या करना समय की बर्बादी है। जरूरत का सब कुछ आपके पास है।

18. प्रतिदिन दूसरों का कुछ भला करें।
19. जब आप सुबह जगें तो अपने माता-पिता को धन्यवाद दें, क्योंकि माता-पिता की कुशल परवरिश के कारण आप इस दुनियां में हैं।
DgYugandhara, डिजीयुगंधरा संपादकीय प्रस्तूतीः

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